समझें, हर्नियां की बीमारी होने के संकेत और बचने के तरीके

समझें, हर्नियां की बीमारी होने के संकेत और बचने के तरीके

सेहतराग टीम

आधुनिक समय में हमारे शरीर में कई तरह की समस्याएं होती हैं। उनमें से पेट, जांघ या कमर में भी कई समस्याएं होती हैं। कई बार तो ऐठन वाला दर्द होने लगता है। ऐसा तभी होता है जब हमें हर्निया होता है। डॉक्टरों का कहना है कि शरीर की मांसपेशी कमजोर होना ही हर्निया है। इस रोग में शरीर के किसी अंग में सामान्य से ज्यादा विकास होने लगता है। ऐसी स्थिति में वहां दर्द होता है।

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हर्निया यूं तो ज्यादातर पेट में होता है, लेकिन इसके ऊपरी जांघ, कमर और पेट के निचले हिस्से में भी होने की संभावना रहती है। इस पर समय रहते ध्यान देना जरूरी है। यह एक ऐसी शारीरिक समस्या है, जिसका सही समय पर इलाज नहीं किया जाएं तो ऑपरेशन ही एकमात्र इलाज बचता है। आइए जानते हैं हर्निया से बचाव के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

  • हर्निया से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि अपना पेट साफ रखें। यानी खानपान सही रखें और कब्ज से बचें। खासकर ऐसे काम ज्यादा करने से बचें, जिनसे पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है। जैसे अत्यधिक वजन उठाना वगैरह। इसके साथ ही अपना वजन संतुलित रखें। 
  • किसी भी तरह की धूम्रपान या एल्कोहल की आदत है तो तुरंत अलविदा कह दें। शराब, सिगरेट, तंबाकू आदि के सेवन से बचें। मांसाहार के सेवन से भी बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह आपकी समस्या  बढ़ा सकता है।
  • बहुत ज्यादा भोजन करने से बचें। इसके साथ ही चाय, कॉफी और कैफीन युक्त अन्य पदार्थों का सेवन करने से भी बचें। पानी पीते समय ध्यान यह रखना है कि एक बार में बहुत अधिक पानी न पीएं, बल्कि घूंट-घूंट कर के पानी पीएं। 
  • खाना खाने के करीब एक घंटे बाद एक गिलास पानी में सेब का सिरका मिलाएं और इसे धीरे-धीरे पीएं। दिन में तीन बार जीरे को चबा-चबाकर खाने और ऊपर से गुनगुना पानी पीना भी फायदेमंद होगा।
  • एलोवेरा जूस, अलसी, मेथीदाना आदि का सेवन भी इस समस्या में फायदेमंद होता है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि व्यायाम करने और पैदल टहलने से भी इस समस्या में लाभ होता है।

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